रूस के हमलों के बीच यूक्रेन को 2,700 हवा-रोधी मिसाइलें देगा जर्मनी, अब तक 10 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्रेन
रूस के हमलों के बीच यूक्रेन को 2,700 हवा-रोधी मिसाइलें देगा जर्मनी, अब तक 10 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्
रूस द्वारा आक्रामक हमले के बीच यूक्रेन को जर्मनी (Germany) का साथ मिला है. दरअसल, जर्मनी यूक्रेन को 2700 और हवा-रोधी मिसाइलें देगा. जर्मनी ने दुनिया को स्तब्ध करते हुए, यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार (Russia-ukraine war) और जमीन से हवा में वार करने वाली मिसाइलें (Missile) देने का फैसला किया है. इसके साथ ही उसने युद्धग्रस्त क्षेत्र में हथियार का निर्यात नहीं करने की द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से चली आ रही अपनी विदेश नीति में ऐतिहासिक बदलाव का संकेत दिया है.
वहीं जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने रविवार को संसद के विशेष सत्र में दिए भाषण में कहा था, ‘‘यह नयी वास्तविकता है.’’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद जर्मनी द्वारा नाटकीय रूप से पहले की तुलना में अलग प्रतिक्रिया की जरूरत है. बुंडस्टाग (जर्मन संसद) में शॉल्त्स ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति (व्लादिमीर) पुतिन द्वारा गत बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर किए गए हमले ने नयी वास्तविकता उत्पन्न कर दी है और यह वास्तविकता स्पष्ट उत्तर की मांग करती है, हमने एक उत्तर दिया है.’’
जर्मनी यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार भेज रहा
उन्होंने कहा कि जर्मनी यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भेज रहा है. जर्मन चांसलर ने कहा कि देश(जर्मनी) अपने सैन्य बलों के लिए 100 अरब यूरो का विशेष कोष बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है और वह रक्षा पर खर्च बढ़ाकर जीडीपी का दो प्रतिशत करेगा.
संसद की सलाहकार समिति की बैठक में बोले शशि थरुर
विदेश मंत्री डा एस जयशंकर ने बताया कि अभी-अभी यूक्रेन के घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक हुई है. मुद्दे के सामरिक और मानवीय पहलुओं पर अच्छी चर्चा हुई है. के हालात पर आज विदेश मामलों पर संसद की सलाहकार समिति की बैठक हुई. इस बैठक में शशि थरूर ने कहा कि एक व्यापक ब्रीफिंग और हमारे सवालों और चिंताओं के स्पष्ट जवाब के लिए डा एस जयशंकर और उनके सहयोगियों को मेरा धन्यवाद. विदेश नीति इसी भावना से चलनी चाहिए.
10 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्रेन
यूएन ने गुरुवार को कहा कि बीते एक हफ्ते में 10 लाख से अधिक शरणार्थी देश छोड़कर भागे हैं. यूएनएचसीआर के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि सिर्फ सात दिनों में 10 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन से पड़ोसी देशों में पलायन कर चुके हैं. यूक्रेन के अंदर, लाखों लोगों के लिए बंदूकों के शांत रहने का समय आ गया है, जिससे मानवीय सहायता दी जा सके.